स्व० विष्णु प्रभाकर जी का पत्र आज पुराने रिकॉर्ड से प्राप्त हुआ। जब कभी उनके साथ पत्राचार होता था तो वे हमें पत्र द्वारा प्रोत्साहित करते थे।
हिंदी के महान लेखक स्व० विष्णु प्रभाकर जी से पत्र व्यवहार होता था। हिंदीतर नव लेखक होने के नाते हिंदी भाषा प्रचार-प्रसार के बारे में उनसे हमेशा मार्गदर्शन मिलता था। सामान्य पाठक के साथ आत्मीय रिश्ता बनाकर रखते थे। आश्चर्य होता था कि किस तरह अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर पत्र लिखते थे!
स्व० विष्णु प्रभाकर जी का पत्र |
व्हाट्सएप शेयर |